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तुम्हें याद

तुम्हे याद कर-कर–के हम आँखों से बरसात करते है।

चलो ना पहले की तरह छुप-छुपके मुलाक़ात करते है।

©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला - महासमुन्द (छःग)

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4 Comments

सुन्दर सृजन

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Rupesh Kumar

11-Dec-2023 06:37 PM

शानदार

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Sushi saxena

11-Dec-2023 01:34 PM

V nice

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